व्यंग
रो कर मुस्कुराने की वजह पता लगी, मुस्कुरा कर गम छुपाने का तरीका आया, चिल्ला कर खामोशी से वास्ता हुआ, खामोश रह कर आवाज़ों की वखत पता लगी, नजदीक आकर दूरियों को जाना, दूर जाकर नजदीकियां याद आयी, नफरत से इश्क़ के मायने जाने, इश्क़ से नफरत की जरूरत लगी, दोस्तों ने दुश्मनी सिखाई, दुश्मनो ने दोस्त की जरूरत बताई, रिश्तेदारों ने दुनियादारी सिखाई, दुनिया ने रिश्ते बनवाये, नासमझी में अकल आयी, समझदारी ने गलती कराई, मौत में जिंदगी लगती है, देखना है कि क्या जीते जी भी मौत आती है? @मिश्रा_श्रेयष